सागर: रविवार को भाजपा युवा नेता अविराज सिंह ने सागौनी क्रिकेट टूर्नामेंट का शुभारंभ किया। इस अवसर पर युवा भाजपा नेता अविराज सिंह ने कहा कि आज 1963 को ऐसे तेजस्वी बालक का जन्म हुआ था जिसने अपनी युवा अवस्था में भारत की छवि संपूर्ण विश्व में बदल देने का काम किया। विवेकानंद जी के माता पिता ने भी नहीं सोचा होगा कि उन्होंने जिसे जन्म दिया है वह व्यक्ति एक दिन विश्व का सबसे धैर्यवान, बुद्धिमान, सन्यासी और सबसे ज्ञानी वक्ता बनेगा, जो सदियों तक पूजा जाएगा।
अविराज सिंह ने सुरखी की पावन भूमि को प्रणाम करते हुए कहा कि यह मेरे पिता जी की कर्म भूमि है, आज मेरे पिता जी यहां तक पहुंचे हैं, जनसेवा का इतना लम्बा सफर उन्होंने तय किया है, उसमें अगर कुछ है तो सुरखी विधानसभा क्षेत्र के बड़े बुजुर्गो, माताओं, बहनों और सुरखी की जनता का आशीर्वाद का इसमें सबसे बड़ा योगदान है। आप सबके आशीर्वाद से ही आज वो यहां तक पहुंचे हैं।
अविराज सिंह ने बताया कि जब मेरा जन्म हुआ, तब पिता जी सुरखी विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे। उन्होंने मुझे बताया कि मेरे जन्मदिन पर आप सभी ने मुझे आशीर्वाद दिया था। उस आशीर्वाद की छाया में पल बढ़कर ही आज आपके सामने खड़ा हूं और आज पुनः आपका आशीर्वाद लेने आया हूं। उन्होंने कहा कि पूरा सुरखी विधानसभा क्षेत्र हमारा परिवार है, मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं अपने इस पारिवारिक रिश्ते को कभी टूटने नहीं दूंगा।
अविराज सिंह ने अपने जीवन का लक्ष्य बताते हुए कहा कि, गरीबों का कल्याण हो महिलाओं का सम्मान हो, हमारे युवा साथी खूब बढ़ें, सबके दिल में राम का वास हो और हम सब मिलकर एक गौरवशाली भारत का निर्माण कर सकें इतनी सामर्थ्य हो। उन्होंने कहा कि देश के युवा अच्छी शिक्षा प्राप्त करें, ज्ञानी बनें और अच्छे संस्कार प्राप्त करें।
अविराज सिंह ने विवेकानंद जी के मार्ग पर चलकर ही आज भारतीय अपना विश्व में नाम कर रहा है, इसका जीता जागता उदाहरण है कि भारत मूल के सुंदर पिचाई गूगल के सीईओ, सत्या नरेला माईक्रोसॉफ्ट के सीईओ, अजय बांगा विश्वबैंक के अध्यक्ष हैं। उन्होंने इंगलैंड के प्रधानमंत्री श्री ऋषि सुनक सहित अनेक भारतीय मूल के लोगों के बारे में बताया।
अविराज सिंह ने बताया कि स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था धन की रक्षा आपको करनी पड़ती है, पर ज्ञान आपकी रक्षा करता है। इसलिए युवा साथी नई चीजें सीखें, ज्यादा ज्ञान अर्जित करें जिससे आप जीवन में आगे बढ़ेंगे। विवेकानंद जी ने कहा कि कोई भी राष्ट्र उसके नागरिकों से महान बनता है। मेरा मानना है कि भारत महान बनेगा तो युवाओं से बनेगा। इसके लिए हमें पहले महान बनना होगा। महान युवा वह होता है जिसके लिए सर्वप्रथम राष्ट्र होता है, जिसको राष्ट्रभक्ति आती है। अविराज सिंह ने युवाओं के महान बनने को लेकर स्वामी विवेकानंद जी के अनेक उदाहरण दिए।
अविराज सिंह ने बताया कि एक युवा ने मुझ से प्रश्न किया कि मैं अकेले ही अगर सत्य व धर्म के मार्ग पर चल दूं तो क्या होगा, कुछ युवा तो भोग विलास में लगे हैं और गलत आचरण कर रहे हैं, जिनको अपने परिवार और मित्रों से और समाज कल्याण से कोई मतलब नहीं है। इस पर मैंने कहा कीचड़ में जब कमल खिलता है तो लोग केवल खिलते हुए कमल को देखते हैं, कीचड़ को नहीं देखते। अर्थात एक ज्ञानी युवा जब सत्य व धर्म के मार्ग पर चलता है तो वह उस कमल के समान है, जिस पर सबकी नजरें जाती हैं। उन्होंने कहा कि सुरखी के युवा सुरखी क्षेत्र, प्रदेश व देश का विकास करें और सुरखी के युवा समस्त विश्व के कल्याण के लिए समर्थ हैं।