महाकुंभ 2025 : पौष पूर्णिमा का पहला स्‍नान आज|

प्रयागराज: प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का आगाज हो गया है। पहले शाही स्नान में लाखों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सोमवार को हुए पहले शाही स्नान के साथ ही महाकुंभ 2025 (MahaKumbh Mela) की शुरुआत हो गई है। 13-14 जनवरी को चार करोड़ श्रद्धालुओं के पवित्र संगम में स्नान करने की उम्मीद है। इसे देखते हुए पूरे मेला क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी की गई है। पूरे इलाके को अभेद्य किले की तरह बना दिया गया है। श्रद्धालुओं के लिए सात लेयर वाली सुरक्षा व्यवस्था की गई है।

 

मेला की व्यवस्थाओं की देखरेख कर रहे अधिकारियों के अनुसार 13 जनवरी को 1 करोड़ और 14 जनवरी को 3 करोड़ लोगों के स्नान करने की उम्मीद है। 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा और 14 जनवरी को मकर संक्रांति है। दोनों दिन स्नान का खास धार्मिक महत्व है। पुलिस ने रविवार को पूरे मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन (बिना गाड़ी वाला क्षेत्र) घोषित किया और संगम की ओर जाने वाले सभी सात सड़कों पर ट्रैफिक डायवर्जन प्लान लागू कर दिया।

मेला क्षेत्र पर 2,751 CCTV कैमरों से नजर रखी जा रही है। चप्पे-चप्पे की निगरानी सुरक्षा अधिकारी कर रहे हैं। 328 कैमरे AI फीचर से लैस हैं। मेला पुलिस निगरानी और भीड़ प्रबंधन के लिए AI का इस्तेमाल कर रही है।

 

प्रयागराज जोन के अतिरिक्त महानिदेशक भानु भास्कर ने बताया है कि कुंभ मेला क्षेत्र में मजबूत सात-स्तरीय सुरक्षा घेरा लागू किया गया है। आंतरिक और बाहरी घेरे को मजबूत करने के लिए शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में 13 और अस्थायी पुलिस स्टेशन बनाए गए हैं। कुल पुलिस स्टेशन 57 हैं। 15 अतिरिक्त चौकियां लगाई गईं हैं। स्मार्ट पुलिसिंग के लिए महाकुंभ पुलिस ऐप लॉन्च किया गया है।

AI सिस्टम की मदद से मेला पुलिस रियल टाइम में डेटा विश्लेषण कर रही है। इससे कई स्रोतों से मिलने वाले डेटा को एकसाथ मिलाकर उसका विश्लेषण किया जा रहा है। यह प्रणाली पुलिस और अन्य एजेंसियों के बीच समन्वय में सुधार, संभावित खतरों का पता लगाने और सुरक्षा के लिए कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी देने में सहायता करता है।

संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सभी 25 सेक्टरों में खुफिया दस्ते के जवान तैनात हैं। निगरानी को मजबूत करने के लिए एंटी-ड्रोन सिस्टम और टेथर्ड ड्रोन तैनात किए गए हैं।

 

मेला क्षेत्र और उसके आसपास अर्धसैनिक बलों और यूपी तकनीकी सेवाओं की टीमों सहित लगभग 40,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। सभी प्रमुख पंडाल, शिविर, टेंट सिटी, संगम और संस्कृति ग्राम पुलिस की निगरानी में हैं।

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