(सागर से खास रिपोर्ट)
सागर शहर में स्थित भूतेश्वर महादेव मंदिर आस्था और श्रद्धा का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन चुका है। यह प्राचीन मंदिर शमशान घाट के पास स्थित है और इसकी एक अनोखी विशेषता यह है कि यहां पिछले 25 वर्षों से लगातार संकीर्तन चल रहा है।
हालांकि मंदिर की स्थापना का सटीक इतिहास अज्ञात है, लेकिन इसे सिद्ध मंदिरों में गिना जाता है। श्रद्धालुओं की मान्यता है कि यहां भगवान स्वयं-भू प्रकट हुए हैं। मंदिर में एक अखंड ज्योत प्रज्वलित है और यहां गौरी शंकर, सीताराम, जय पार्वती, शिव सीताराम के मंत्रों का जाप निरंतर किया जाता है।
पहले मंदिर के पास स्थित श्मशान घाट के कारण लोग यहां आने से डरते थे, लेकिन अब भक्तों की आस्था ने इस भय को दूर कर दिया है। श्रद्धालु बड़ी संख्या में यहां पहुंचकर पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
शिव-पार्वती विवाह समिति के सदस्य अमित सोनी के अनुसार, भूतेश्वर महादेव मंदिर सागर के लोगों के लिए आस्था का प्रतीक है। यहां आने वाले श्रद्धालु अपनी मनोकामनाएं पूर्ण होने की प्रार्थना करते हैं और यह स्थल अब धार्मिक गतिविधियों का प्रमुख केंद्र बन गया है।