(हनी दुबे) स्वामी विवेकानंद का जन्मदिन भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। वह युवाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत हैं और उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं। उनके जन्मदिन पर, हम उनके जीवन और शिक्षाओं से प्रेरणा ले सकते हैं।
उनकी शिक्षाओं में से कुछ इस प्रकार हैं:
– *एकाग्रता और ध्यान*: पढ़ने के लिए एकाग्रता आवश्यक है, और एकाग्रता के लिए ध्यान जरूरी है।
– *ज्ञान की खोज*: ज्ञान स्वयं में वर्तमान है, और हमें उसकी खोज करनी चाहिए।
– *संघर्ष और सफलता*: संघर्ष से कभी घबराना नहीं चाहिए, क्योंकि संघर्ष जितना बड़ा होगा, सफलता उतनी ही बड़ी मिलेगी।
– *आत्मविश्वास*: खुद पर विश्वास रखना सीखो, क्योंकि खुद पर विश्वास रखें बिना जीवन में सफलता संभव नहीं।
– *न्याय और धैर्य*: लोग तुम्हारी स्तुति करें या निंदा, लक्ष्य तुम्हारे ऊपर कृपालु हो या न हो, तुम न्यायपथ से कभी भ्रष्ट न हो।
– *पवित्रता और उद्यम*: पवित्रता, धैर्य और उद्यम- ये तीनों गुण एक साथ चाहिए।
– *सीखने की प्रक्रिया*: सीखना जीवनपर्यंत चलने वाली प्रक्रिया है, जब तक जीना, तब तक सीखना है।
– *विश्वास और प्रतिज्ञा*: जिस समय जिस काम के लिए प्रतिज्ञा करो, ठीक उसी समय पर उसे करना ही चाहिए।
– *एक काम पर ध्यान*: किसी भी काम में सफलता के लिए यह जरूरी है कि एक बार में एक ही काम करो और पूरी तरह उसमें डूबकर काम करो¹।
स्वामी विवेकानंद की शिक्षाएं हमें जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं। उनके विचारों को अपनाकर, हम अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं।