सागर। पत्रकारों के सम्मान और अधिकारों की रक्षा के लिए आज सागर में पत्रकारों द्वारा बुलाए गए बंद का व्यापक असर देखने को मिला। शहर के व्यापारियों, सामाजिक संगठनों और आम नागरिकों ने इस बंद का समर्थन करते हुए अपने प्रतिष्ठान स्वेच्छा से बंद रखे।
आज सुबह पत्रकार समुदाय तीन मढ़िया पर एकत्रित हुआ और शहरभर में रैली निकालते हुए खुली दुकानों से विनम्रतापूर्वक बंद का अनुरोध किया, जिसे व्यापारियों ने सहर्ष स्वीकार किया। इसके पश्चात पत्रकारों ने जिला प्रशासन के संवेदनहीन रवैए के विरोध में प्रतीकात्मक रूप से प्रशासन का मृत्युभोज आयोजित किया।
क्या है मामला?
पत्रकार मुकुल शुक्ला ने जिला खनिज अधिकारी अनिल पांड्या पर अभद्र भाषा का प्रयोग करने और मारपीट करने का आरोप लगाया था। इस घटना के बाद पत्रकारों में आक्रोश व्याप्त हो गया और उन्होंने न्याय की मांग करते हुए सागर बंद का आवाहन किया।
पत्रकारों की मांग
पत्रकारों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि खनिज अधिकारी अनिल पांड्या के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और भविष्य में पत्रकारों के साथ किसी भी प्रकार के दुर्व्यवहार की पुनरावृत्ति न हो।
संपूर्ण सागर बंद के सफल आयोजन के बाद पत्रकारों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन उचित कार्रवाई नहीं करता, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।