ग्वालियर। मध्य प्रदेश पुलिस विभाग में कार्यरत सागर की बेटी शिवांगी कटारे ने अपने उत्कृष्ट कार्य, ईमानदारी और निष्ठा से ड्यूटी निभाकर प्रदेश में सागर का नाम रोशन किया है। विशेष शाखा, ग्वालियर में पदस्थ शिवांगी को उनकी सेवाओं के लिए मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री नारायण सिंह कुशवाहा ने सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्हें प्रशस्ति पत्र के साथ नगद पुरस्कार भी प्रदान किया गया।
शिवांगी कटारे मूल रूप से सागर जिले की रहने वाली हैं। बचपन से ही उनमें अनुशासन, समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा के संस्कार रहे हैं। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने पुलिस विभाग में भर्ती होकर प्रदेश की सेवा का संकल्प लिया। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को न केवल सफलतापूर्वक निभाया, बल्कि अपने व्यवहार, सतर्कता और पेशेवर क्षमता से अधिकारियों और सहकर्मियों का विश्वास भी जीता।
विशेष शाखा में कार्य करना हमेशा से चुनौतीपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इसमें सतर्कता, गोपनीयता और त्वरित निर्णय क्षमता की आवश्यकता होती है। शिवांगी ने इन सभी गुणों को अपने कार्य में शामिल करते हुए कई मामलों में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी इसी कार्यशैली के कारण विभागीय अधिकारियों ने उन्हें सम्मान के लिए चुना।
सम्मान समारोह में कैबिनेट मंत्री नारायण सिंह कुशवाहा ने कहा कि शिवांगी जैसी अधिकारी पुलिस विभाग की शान हैं। उन्होंने कहा, “आज के समय में पुलिसकर्मी सिर्फ कानून व्यवस्था संभालने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे समाज में विश्वास और सुरक्षा का माहौल बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं। शिवांगी ने अपने आचरण और कर्तव्यनिष्ठा से इसका उदाहरण प्रस्तुत किया है।”
पुरस्कार प्राप्त करने के बाद शिवांगी कटारे ने कहा कि यह सम्मान उनके लिए प्रेरणा का कार्य करेगा। उन्होंने अपने माता-पिता, गुरुओं और वरिष्ठ अधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह उपलब्धि टीम वर्क और सभी के सहयोग से ही संभव हुई है।
शिवांगी की इस उपलब्धि पर उनके परिवारजनों, मित्रों और सागर के लोगों में खुशी की लहर है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि शिवांगी जैसी बेटियां न केवल परिवार बल्कि पूरे शहर का नाम रोशन करती हैं। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
इस सम्मान के साथ ही शिवांगी कटारे ने यह साबित कर दिया है कि अगर मेहनत, ईमानदारी और लगन हो, तो सफलता और सम्मान अपने आप मिलते हैं। उनकी कहानी प्रदेश की अन्य युवतियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है।


