प्रयागराज। महाकुंभ 2025 का अंतिम अमृत स्नान आज भव्य और दिव्य माहौल में शुरू हो चुका है। ढोल-नगाड़ों की गूंज के बीच नागा साधुओं का विशाल जत्था त्रिवेणी संगम घाट पर पहुंचा। जैसे ही नागा साधुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई, पूरा महाकुंभ “हर हर महादेव” और “जय श्री राम” के नारों से गूंज उठा।
सैकड़ों साधु-संत और नागा संन्यासियों ने पूरी श्रद्धा और भक्तिभाव के साथ संगम में स्नान किया। इस दौरान कई नागा साधु अपने हाथों में तलवार, गदा, डमरू और शंख लिए हुए नजर आए। उनके शरीर पर भभूत और भस्म लगी हुई थी, और कुछ साधु स्टाइलिश चश्मे में भी दिखाई दिए, जो भक्तों के बीच आकर्षण का केंद्र बने।
त्रिवेणी संगम पर उमड़े श्रद्धालु भी इस अलौकिक दृश्य को देखकर भावविभोर हो गए। महाकुंभ का यह अंतिम अमृत स्नान आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर माहौल में संपन्न हो रहा है, जहां हर कोई पुण्य लाभ लेने के लिए उमड़ पड़ा है।